बुधवार, 9 मई 2012

हमारे देश् से भू्रण हत्या बंद होना चाहिए -muni pulak sagar

राश्ट्रसंत जैन मुनि पुलकसागर जी महाराज ने किया सत्यमेव जयते का समर्थन और कहा हमारे देष से षीघ्र ही भू्रण हत्या बंद होना चाहिए -मुनि पुलकसागर
भ्रूण हत्या इस देश पर कलंक है। पालनहार ही मारणहार बन जाएंगे तो मानवीयता पर प्रष्न चिन्ह खड़ा हो जाएगा। जानबूझकर भ्रूण हत्या कराने वाली मां,भू्रण हत्या को प्रेरित करने वाला पति और भ्रूण हत्या करने वाला डॉक्टर ये तीनो हत्यारे है। इनके हाथ इंसानियत के खून से रंगे हुए है। जो सजा एक इंसान की हत्या करने पर मिलती है वही सजा भू्रण हत्या पर भी मिलना चाहिए। मै तो इतना ही कहंूगा कि अनचाही औलाद अगर गर्भ मे आ गई तो उसे मारे न उसे ना पाल सको तो मुझ जैसे संत के दरवाजे पर डाल देना पर उसे जन्म लेने का मौका जरूर देना। अभिनेता आमिर खान ने जो कन्याभू्रण हत्या पर सत्यमेव जयते स्टार प्लस चैनल के माध्यम से जो सामाजिक बुराईयों पर समाज का ध्यान आकर्शित किया है, निष्चित ही मानवीयता को झंकझोर कर रख दिया है। हांलाकि मै भी इस मिषन पर वर्शो से कार्य कर रहा हॅू पर मेरी आवाज को आमिर खान जैसे नेक दिल इंसान ने और भी बुलंद कर दिया है। इस मिषन पर मै और मेरा समर्थन हमेषा उनके साथ रहेगा। .............................................................................................................................................................................. गण्डा,ताबीज अंधविष्वास इससे दूर रहे- मुनि पुलकसागर षिविर के तीसरे दिन मुनिश्री ने दिलाई षपथ मिथ्यात्व से दूर रहेंगे षिविरार्थी दिल्ली 9 मई 2012 मां जिनवाणी षिक्षण षिविर के तीसरे दिन आज मुनिश्री पुलकसागर जी महाराज ने षिविरार्थीयो को संगत का प्रभाव बताते हुए मुनिश्री पुलकसागर जी महाराज ने कहा कि हमारे जीवन पर संगत का बहुत व्यापक असर पड़ता है। जिस प्रकार स्वाती नक्षत्र मे पानी की बॅूद अगर सीप मे पड़ जाए तो मोती,सर्प के मंुंह मे जहर, कैले के पौधे पर तो कपूर,गन्ने मे रस बन जाती है उसी प्रकार हमारी आत्मा पर बुरे कर्म अपने मे कसते है तो आत्मा भी मलिन होती है,और विशय वासना के वषीभूत होकर संसार सागर मे रमण करती रहती है। मुनिश्री ने षिविरार्थीयों को आगे संबोधित करते हुए कहा कि मै अपना जन्म दिन नही मनाता हॅू, क्योकि मैने दीक्षा संसार से मुक्त होने के लिए ली हे ना कि इसमे रमने के लिए। लोग कहते है कि मुनिश्री हम आपका जन्म दिन मनाना चाहते है तो मै उनसे केवल इतना ही कहता हॅू कि मनाना है तो दीक्षा दिवस मनाओ। भगवान के कल्याणक मनाओ। मुनिश्री ने आगे कहा कि तुमने जिन कुल मे जन्म लिया है तो इस जन्म को सफल करो,तंत्र,मंत्र से जीवन मे कभी भी खुषहाली नहीं आएगी,ना ही कोई तंत्र मंत्र जानने वाला बाबा तुम्हारे जीवन को सुखमय बना सकता है। षास्वत सुख अगर चाहते हो तो परम वीतराग मुद्रा के धारी जिनेन्द्र प्रभू की षरण मे आ जाओं तुम्हारा कल्याण हो जाएगा और निर्वाण पद को प्राप्त हो जाएगा।

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