न्यू रोहतक रोड में सानंद सम्पन्न हुआ
मां जिनवाणी षिक्षण षिविर
जिनषरंण तीर्थ मे स्थापति होगी करोग बाग जैन समाज की ओर से 101 मूर्तियां
17 जून 2012 हिंसा, झूठ, चोरी, कुषील, परिग्रह, पाप, पुण्य, जीव, अजीव, सम्यक, मिथ्यात्व, रागी, द्वेशी और ऐसे ही जैन धर्म के अनेक विशयों की सूक्ष्म व्याख्या न्यू रोहतक रोड मे आयोजित सात दिवसीय मां जिनवाणी षिक्षण षिविर में पूज्य गुरूदेव मुनिश्री पुलकसागर जी गुरूदेव के मुखारविंद से षिविरार्थियों ने अर्जित की।
वैसे तो जैन धर्मालम्बी इन विशयो को जानते है लेकिन मुनिश्री ने इन सबको जो गहराई से वर्णन किया है निष्चित ही यह ज्ञान समस्त षिविरार्थियो के लिए जीवन पर्यंत प्रेरणा प्रदायी बना रहेगा।
षिविर सानंद सम्पन्नः-
न्यू रोहतक रोड मे मुनिश्री के सानिध्य मे आयोजित 10 जून से 17 जून तक आठ दिवसीय मां जिनवाणी षिक्षण षिविर का आज सानंद समापन हो गया। इस अवसर पर विषेश योग्यता अर्जित करने वाले षिविरार्थियों को सम्मानित किया गया। इस षिविर के दोनो सत्रो मे करीब 550 षिविरार्थियों ने भाग लिया।
जिनषरणं तीर्थ में दानदातारो की लगी होडः-
मुनिश्री की पावन प्रेरणा से मुम्बई सूरत मेगाहायवे पर उपलाट ग्राम के नजदीक निर्मित किए जा रहे जिनषरणं तीर्थ मे 101 मूर्तियां करोग बाग की समस्त दिगम्बर जैन समाज की ओर से प्रदान करने की घोशणा इस अवसर पर अध्यक्ष अनिल जैन की ओर से की गई। साथ ही न्यू रोहतक रोड निवासी श्रीमति सुशमा जैन, श्रीमति अलका जैन, श्री वीरचंद्र बडजात्या उशा जैन, गजेन्द्र गीता जैन, विनोद उशा जैन, सुभाश जी सगुन जैन, नवीन जैन, जी पी जैन अतुल जैन आदि अन्य श्रावकगणों ने एक एक मूर्ति तीर्थ मे अपनी तरफ से स्थापित करने की घोशण की समस्त दानदातारों का स्वागत समिति के द्वारा किया गया।
मां जिनवाणी पत्राचार पाठ्यक्रम का लक्की डॉः-
पूज्य गुरूदेव मुनिश्री पुलकसागर जी गुरूदेव की प्रेरणा एवं आषीर्वाद से संचालित मां जिनवाणी पत्राचार पाठ्यक्रम मे सम्मिलित हुए लगभग 50 हजार स्वाध्यायियों का लक्की डॉ किया गया जिसमे दो लाख रूपये की नगद पुरूस्कार वितरित किये गये। इस अवसर पुलक जन चेतना मंच के रा.षिक्षा मंत्री श्री सोहनलाल कलावत भी मौजूद थे।
श्री कलावत जी ने इस अवसर पर बताया कि पूरे भारत वर्श मे 50 हजार से अधिक स्वाध्यायी प्रति वर्श इस पत्राचार परीक्षा मे सम्मिलित होते है। आज के मेगा डॉ में 100 से अधिक भाग्यषाली स्वाध्यायियों को दो लाख से अधिक के नगद पुरूस्कार वितरित किये गये। प्रथम पुरूस्कार राषी 21 हजार रूपये श्रीमति रजनी जैन ऋशभदेव राजस्थान, द्वितीय पुरूस्कार राषी 11 हजार रूपये प्रिन्सी अल्पेष जैन अंधरी मुम्बई तथा तृतीय पुरूस्कार नगर 5 हजार रूपये सुश्री हीरल जैन झाबुआ मध्यप्रदेष को प्राप्त हुए।
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